Wednesday, 5 April 2017

डबल रोल

कहते हैं के हमारी हूबहू शक्ल के दुनिया में तरह के व्यक्ति होते हैं किन्तु उनसे हमारा सामना होना बहोत मुश्किल बल्कि नामुमकिन कहा जा सकता हैं लेकिन यह बात हमारे देश के फिल्मों में संभव हैं जो बात असंभव सी लगती हैं वह बात हमारे फिल्मों में संभव हो जाती हैं ऐसे में हमारे फिल्मों के हीरो दो या तीन रोल में दिखे तो कहीं ना कहीं मिल ही जाते हैं फिल्म महान में अमिताभ बच्चन नें पिता और दो बच्चों का रोल निभाया था जिसमे तीनो अलग अलग जगह पर होने के बावजूद मिल ही जाते हैं क्योंकि वह बाप और बेटा थे संजीव कुमार ने तो कमाल ही किया था उन्होंने " नया दिन  नई रात " में कुल नौ रोल निभाये थे ।काफी अच्छी फिल्म थी किन्तु ऐसा भी दिखाया जाता हैं के दोनों हमशक्लों का कोई भी रिश्ता ना होते हुए भी वह एक दूसरे के आमने सामने जाते हैं लेकिन ज्यादातर हमशक्ल किसी किसी का रिश्तेदार होता हैं इस मामले में निर्देशक गुलज़ार की फिल्म " अंगूर " का उदहारण देना संयुक्तिक होगा क्योंकि वह फिल्म इतनी मनोरंजक थी की क्या कहना संजीव कुमार और देवेन वर्मा की लाजवाब कॉमेडी फिल्म में इतना रंग भरती हैं की शुरू से लेकर आखिर तक सिर्फ मनोरंजन और मनोरंजन ही होता हैं ज्यादातर हमशक्ल वाली फिल्म कॉमेडी ही दर्शाती हैं जैसे फिल्म "आँखें " को ही ले लीजिये जिसमे कादर खान , गोविंदा और राज बब्बर का डबल रोल था राज बब्बर एक खलनायक और एक मुख्यमंत्री दिखाया था डबल रोल की उल्लेखित फिल्में - दिलीपकुमार - राम और श्याम, राजेश खन्ना-हमशक्ल, सच्चा झूठ, आराधना, धर्मेंद्र-इज्जत , राजेंद्र कुमार-गोरा और काला, सलमान खान-जुड़वा, अक्षय कुमार-रावडी राठौड़, देव आनंद - हम दोनों , अमिताभ बच्चन- आखरी रास्ता, डॉन, अदालत, कसमे वादे, बड़े मियाँ छोटे मियाँ, गोविंदा- आँखे, बड़े मियाँ छोटे मियाँ, इनमे नायिकाएं भी पीछे नहीं हेमा मालिनी ने " सीता और गीता" में जो मजेदार और गजब का अभिनय किया वह काबिले तारीफ़ था और उन्हें धर्मेंद्र और संजीव कुमार ने भी बहोत सुन्दर तरीके से साथ दिया था इस फिल्म के गाने भी काफी हिट हुए जैसे कल रात सपने में और साथी चल जैसे गाने काफी हिट हुए थे ।इसी क्रम में श्रीदेवी अभिनीत चालबाज का उदहारण आता हैं इसमें अंजू और मंजू का किरदार श्रीदेवी ने काफी मजेदार तरीके से निभाया था और उनके साथी थे सनी देओल और रजनीकांत  संगीत भी लष्मीकांत प्यारेलाल का लाजवाब था काजोल ने भी फिल्म "दुश्मन" में डबल रोल काफी अच्छे तरीके से निभाया था जिसमे एक बहन का क़त्ल होने के बाद दूसरी बहन कैसे निडर और साहसी बनती हैं यह दिखाया था ऐसे डबल रोल करने वाले कलाकारों को काफी मेहनत से यह रोल निभाना पड़ता हैं इसमें एक रोल को दूसरे रोल से पूरी तरह अलग रखना पड़ता हैं तभी वह हिट होता हैं ऐसी फिल्में आती रही हैं और आती रहेंगी और हमारा मनोरंजन करती रहेगी


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