Monday, 16 May 2016

yojnaaye



आज हमारे देश में कितनी ही ऐसी योजनाएँ है जिसके बारे में लोगोंकों पता ही नहीं हैं।  आज सरकार ने इतनी योजनाएँ बनाई है के जिसे अगर अमल करने वाली सिस्टम ने सही तरीके से लागू किया तो और वो योजनाएँ समाज के आखरी तबके तक पहुंचेगी तो सही तरीके से देश के बल्कि गरीब से गरीब व्यक्ति का विकास होगा।  योजनाएँ जैसे की पेंशन योजना, मुफ्त मे एलपीजी सिलिंडर का कनैक्शन बांटना।  अगर ये सभी योजनाएँ सही  तरीके से लोगों तक पहुंचे तो इस देश में रामराज आएगा ऐसा मानने में कोई हर्ज़ नहीं। सरकार ने दो साल में काफी योजनाए शुरू की है जिसका सीधा फायदा देश की जनता को हो रहा है।  संसद आदर्श ग्राम योजना, प्रधान मंत्री ग्राम सिंचाई योजना, प्रधान मंत्री गरीब कल्याण योजना, प्रधान मंत्री जन औषधि योजना, मेक इन इंडिया,  स्वछ भारत अभियान, किसान विकास पत्र, सॉइल हैल्थ कार्ड स्कीम, डिजिटल इंडिया, स्किल इंडिया, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना, मिशन इंद्रधनुष, दिन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना, दिन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्या योजना, पंडित दिन दयाल श्रमेव जाते योजना, अटल मिशन फॉर रेजुवेंशन अँड उरबान ट्रांसफोरमेशन , पिलिग्रेमेज रेजुवेंशन अँड स्पिरिचुयल औग्मेंटेशन योजना हृदय योजना, उड़ान स्कीम, नेशनल बाल स्वछता मिशन, वन रैंक वन पेंशन, स्मार्ट सिटि मिशन, गोल्ड मोंटाइजेश स्कीम, स्टार्ट अप इंडिया स्टैंड अप इंडिया, डिजिलोकर, इंटीग्रटेड पावर डेव्लपमेंट स्कीम, अटल पेंशन योजना, प्रधान मंत्री मुद्रा योजना, प्रधान मंत्री आवास योजना, ग्रामीण स्वरोजगार योजना, प्रधान मंत्री जन धन योजना, प्रधान मंत्री सुकन्या समृद्धि योजना, प्रधान मंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधान मंत्री सुरक्षा बीमा योजना, शामा प्रसाद मुखर्जी रूबेर्ण मिशन सागरमाला प्रोजेक्ट, प्रकाशपथ-वे टु लाइट , उज्वल डिस्कोम एशुरेंस योजना विकल्प स्कीम, राष्ट्रिय गोकुल मिशन, पहल डाइरैक्ट बेनेफिट्स ट्रान्सफर फॉर एलपीजी (DBTC) कंजूमेर्स स्कीम, नेशनल इन्स्टीट्यूशन फॉर ट्रांसफोरमेशन इंडिया – नीति आयोग, प्रधान मंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना, नमामि गंगे प्रोजेक्ट, सेतु भारतम प्रोजेक्ट, रियल इस्टेट बिल, आधार बिल, क्लीन माई कोच, राष्ट्रिय ग्राम स्वराज अभियान-proposed, प्रधान मंत्री उज्वला योजना,
       इतनी सारी योजनाएँ सरकार ने दो साल में शुरू की है अगर यह योजनाएँ पूरी ताकत और ईमानदारी से लागू की जाए और समाज के गरीब से गरीब व्यक्ति को इसका फायदा मिले तो वह दिन दूर नहीं जब हर आदमी शान से और गर्व से कहेगा मेरा भारत महान। जय हिन्द।

Friday, 13 May 2016

mansoon

मानसून
इस बार महाराष्ट्र राज्य में बारिश काफी अच्छी होनेवाली है। 30 मई से 5 जून तक जोरदार बारिश आने की संभावना  भारतीय हवामान संस्थान की तरफ से अनुमान लगाया गया है। पिछले साल के मुक़ाबले इस साल 31.3 प्रतिशत बारिश विदर्भ में, तो 28.2 प्रतिशत ज्यादा बारिश मध्य महाराष्ट्र में आने की  संभावना है। इसके बाद कोंकण में 27.5 प्रतिशत तो मराठवाडा मे 24.9 प्रतिशत ज्यादा बारिश आने की संभावना है।  महाराष्ट्र राज्य की औसतन बारिश 106 प्रतिशत रहेगी।  केरला में मानसून समय पर आएगा किन्तु महाराष्ट्र में 30मई से ही मानसून आने की संभावना जताई जा रही है।  तथा यह मानसून संतोष पूर्ण रहने की आशा हैं।
       इस मानसून पूर्व बारिश का उपयोग आपातकालीन व्यवस्थापन, मानसून का परिवर्तनशील अनुकूल परिणाम, खेती से संबधित योजनाएँ , और पानी के नियोजन के लिए किया जाता हैं। मानसून के समय होनेवाली बीजलियों की गड़गड़ाहट , बिजली गिरने की संभावना , उससे होनेवाली जीवित तथा वित्तीय हानी इसका पूर्ण अभ्यास करने का जिम्मा आईआईटीएम तथा भारतीय हवामान संस्थान संभालता हैं। मार्च में होनेवाले वातावरणीय बदलो से ही जून से सितम्बर में आनेवाले मानसून के बारे में अंदाज़ लगाया जाता हैं।


Wednesday, 11 May 2016

पिता



ekWa flQZ ,d शब्द किन्तु इसमे इतनी शक्ति समाई हैं की जिसे भगवान भी नकार नहीं सकता। माँ जिसे हम देवी कहके पूजते है। जो हमारी जन्मदात्री हैं। जो हमारी पालंकरती हैं।  माँ के लिए कितने ही गीत बने है। कितने ही उपमाए दी जाती है।  जिसके बिना हमारा जीवन अधूरा है। किन्तु इसमे क्या हमारे पिता का कोई भी महत्व नहीं है।  हम बड़ी शान से माँ के गुणगान गाते है किन्तु वही होंठ बाप के गुणगान क्यों नहीं करते। मैं यह नहीं कहता की हम पिता को महत्व नहीं देते, किन्तु जितनी तरह से हम माँ के गुणगान गाते हैं पिता के बारे मे कहने में क्यों कंजूसी करते है।  माँ जन्मदात्री है तो पिता भी पालक है।  पूरी जिंदगी भर वही हमारा पालन पोषण करते है।  माँ के आँचल मे जहा हम सुकून महसूस करते है वही पिता के आगोश मे खुद को सुरक्षित महसूस करते है।  हमारे देश में आज भी अगर बेटा बेरोजगार हो तो भी उसे पालने में पिता कोई शर्मिंदगी महसूस नहीं करता।  जहापर हमारे पुराण, ग्रंथ माँ की महिमा से भरे पड़े है वही पिता के बारे मे वो थोड़े अंजान ही हैं।  जहां हम महाबली हनुमान को अंजनी पुत्र कहके बुलाते हैं, वही पर उसके पिता का नाम उसके साथ क्यों नहीं जोड़ते।  जहां हम माँ ने इतना त्याग किया वो अपने बच्चों के लिए यह करती है वो करती हैं ऐसा कहते है, तो उसके पीछे पिता का कोई भी हाथ नहीं होता क्या।  अगर माँ घर के अंदर अपने बच्चों को सुरक्षित रखती है वही पिता बाहरी दुनिया से अपने बच्चों को सुरक्षित रखता हैं।  जितना योगदान अपने बच्चों को जिंदगी में सफल बनाने में माँ का होता हैं उतना ही पिता का भी होता हैं।  इसलिए आज में सब से कहता हूँ की जिस समय आप माँ की तारीफ करे उस समय थोड़ा सा ही सही अपने पिता के बारे में भी बोल लिया करे।