अखंड भारत
“सारे जहां से अच्छा, हिन्दोस्ता हमारा ß यह
पंक्तियाँ हमारे देशप्रेम को उजागर करता हैं। हम किसी भी देश में चले जाएँ लेकिन हमे
अपना देश बड़ा प्यारा लगता हैं। ऐसे में अगर अपने देश को मजबूती से बाँधके रखने के लिए
देश की छ्बी बिगाडनेवालों को ठीक करने का काम सरकार ने शुरू किया किया है तो उसमे खुशी
की बात होनी चाहिए। हमारे सरकार ने भारत का नक्शा गलत तरीके से दिखानेवालों के खिलाफ
कारवाई करने के प्रस्ताव के ऊपर पाकिस्तान ने आपत्ति जताई हैं। भारतीय संसद में पेश हुए प्रस्तावित विधेयक के ऊपर
पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र यूएनओ के तरफ आपत्ति जताई हैं। इस विधेयक को रोक के रखने
के लिए यूएनओ को कहा हैं। भारत जम्मू और कश्मीर को अपना प्रदेश दिखा रहा हैं
किन्तु यह प्रदेश वादग्रस्त होने का दावा पाकिस्तान कर रहा हैं और इसीलिए इस विधेयक
पर रोक लगाने की बात कर रहा हैं। किन्तु यह
देश का आंतरिक मामला होने के कारण पाकिस्तान को इसमे दखलअंदाजी करने का कोई अधिकार
नहीं ऐसा भारत सरकार का कहना हैं। जो भारत
का अभिन्न अंग हैं उसे देश के नक्शे में दिखाना बंधनकारक करने के लिए ही यह विधेयक
संसद में रखा गया हैं ऐसा विदेश मंत्रालय का कहना हैं। इसमे 10 साल की कैद और 100 करोड़ का जुर्माना प्रस्तावित
हैं। ऐसा पहली बार नहीं हुआ जब पाकिस्तान हमारे देश के अंदर दाखल अंदाजी कर रहा हैं
बल्कि यह 1947 से चल रहा हैं। पाकिस्तान हमेशा
भारत में अस्थिरता चाहता हैं इसलिए कश्मीर को आतंकवाद के जरिये सुलगता रखना चाहता हैं।
पहले खलिस्तान के जरिये आतंकवाद पंजाब में
पनपता रहा किन्तु भारत सरकार के दृढ़ विश्वास और लोगों की देशभक्ति के कारण खलिस्तान
का नारा हवा में बह गया। इसलिए अब पाकिस्तान
कश्मीर में अशांति फैलाना चाहता हैं। ऐसा इसलिए भी हो रहा हैं क्योंकि मुंबई बम धमाके
का दोषी याक़ूब मेमन, संसद हमले का मास्टर माइंड अफजल गुरु, मुंबई धमाके का दोषी अजमल कसाब इन सबको सरकार ने ना केवल पकड़ा बल्कि उनको
फांसी पे भी चढ़ा दिया। अब इन सबके गुरु जो
पड़ोसी देशों में छिपे हुए हैं उनको भी भारत लाने की कोशिश हो रही हैं। कश्मीर में भी आतंकवाद धीरे धीरे कमजोर होता जा
रहा हैं। वहा के स्थानीय लोगोंकों भी यह पता चल चुका हैं के आतंकवाद
से रोजी रोटी नहीं मिल सकती बल्कि परिवार तबाह होंगे और सिर्फ बरबादी होंगी। कश्मीर का ज़्यादातर रोजगार पर्यटन पर आधारित हैं।
आतंकवाद के कारण पर्यटक कम आते थे। किन्तु अब हालत सुधरने लगे हैं।
यही बात पाकिस्तान को खटकने लगी हैं, उसपर से भारत सरकार नक्शे में जम्मू कश्मीर को अभिन्न अंग दिखने के कारण वह
सीधा यूएनओ पहुँच गया हैं। लेकिन हमारी सरकार ने भी ठान लिया हैं के देश के
प्रति कोई समझोता नहीं होगा। चाहे कुछ भी हो
जाये। जय हिन्द।
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